"नीली" है वो रक्त शिराएँ जो शरीर के अशुद्ध खों को खुद में समाती है "नीला" ही है वो रंग जो इस संसार क... "नीली" है वो रक्त शिराएँ जो शरीर के अशुद्ध खों को खुद में समाती है "नीला" ही है ...
बृहत्यकाय ब्रह्माण्ड में, एक बिंदु से भी नगण्य, क्षुद्र सी हमारी पृथ्वी! बृहत्यकाय ब्रह्माण्ड में, एक बिंदु से भी नगण्य, क्षुद्र सी हमारी पृथ्वी!
जीवन में खुशियों की बारात आई है। संग जिसके पलकों पर शाम सजाई है।। जीवन में खुशियों की बारात आई है। संग जिसके पलकों पर शाम सजाई है।।
जिसका गहना उसका मान सम्मान है औऱ जिसकी मुस्कुराहट उसके आज़ाद विचारों की पहचान है ! जिसका गहना उसका मान सम्मान है औऱ जिसकी मुस्कुराहट उसके आज़ाद विचारों की पहचान...
तुझ संग ही है तुझ संग ही है कितनी दफा सांझ को मेरी मैंने तेरे ही तुझ संग ही है तुझ संग ही है कितनी दफा सांझ को मेरी मैंने तेरे ही